विद्या की देवी 'माँ सरस्वती' का पूजन इस वर्ष आज के दिन होने जा रहा है। बचपन में ये 'पूजनोत्सव' धूम-धाम से मनाते थे। सप्ताह पूर्व ही सारी तैयारियां शुरू हो जाती थी। अपने निर्देशन में कुम्हार से मूर्ती बनवाने का जूनून, फिर काकी-भौजी से 'माँ शारदे' के लिए नयी एवं सुन्दर साड़ियाँ लाना , दरवाजे के आगे , दूर-दूर तक घास-फूस की सफाई करना , प्रसाद का मेनू तैयार करना और अंत में विसर्जन के पश्चात 'लराई-भोज' करना। आह, बड़े मनभावन दिन थे वो भी। अब तो मात्र औपचारिकता ही रह गई है।
पढ़ते-पढ़ते कभी-कभी कुछ लिखने का मन कर जाता है. जिसके लिए ये ब्लॉग बना लिया. देखते हैं इसके बाद लिखने की फुरसत मिलती भी है या नहीं.
7 फ़रवरी 2011
सरस्वती पूजा
विद्या की देवी 'माँ सरस्वती' का पूजन इस वर्ष आज के दिन होने जा रहा है। बचपन में ये 'पूजनोत्सव' धूम-धाम से मनाते थे। सप्ताह पूर्व ही सारी तैयारियां शुरू हो जाती थी। अपने निर्देशन में कुम्हार से मूर्ती बनवाने का जूनून, फिर काकी-भौजी से 'माँ शारदे' के लिए नयी एवं सुन्दर साड़ियाँ लाना , दरवाजे के आगे , दूर-दूर तक घास-फूस की सफाई करना , प्रसाद का मेनू तैयार करना और अंत में विसर्जन के पश्चात 'लराई-भोज' करना। आह, बड़े मनभावन दिन थे वो भी। अब तो मात्र औपचारिकता ही रह गई है।
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समय बदल रहा है, अपनी परंपराओं को याद करना अच्छा लगता है।
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें बसंत पंचमी की।
सुप्रभात सञ्जय जी,
जवाब देंहटाएंपहले ... लोग पूजा करते थे.
अब ... ब्लॉग पूजा करते हैं.
ठीक ही तो है .......... ब्लॉग में भी वही लोग पूजा कर पाते हैं जो कभी पूजा में शामिल रहे थे.
......... बरी अच्छी पोस्ट है सञ्जय जी.
प्रणाम.
सही बात कही है, पर औपचारिकता के नाते ही सही, कम से कम हमारी आने वाली पीढी को परंपराएं तो विदित हो ही जाती हैं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
आपको वसंत पंचमी की ढेरों शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर प्रस्तुति....
बसंत पंचमी पर आपको अशेष शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंवसंत पंचमी की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएं@aap sum koun...aap hi aur koun ......
जवाब देंहटाएं@guruji...agar mandir banye hain to pooja jaroori hai.....
@tau rampuriaji......khoshish hi ki hai.....
@smshindibysonu....dhanywad...subh:kamnaye....
@ali_sa......sukriya evam subh:kamnaye
@ahsas ki parten-sameeksha....sukriya apko bhi..
प्रिय बंधुवर संजय झा जी
जवाब देंहटाएंनमस्कार एवम् स्वागत !
बहुत बधाई है … हिंदी टाइप मैं भी नहीं जानता … प्रयास करते रहें , सुधार होता जाएगा … :)
हां, अपनी हिंदी भाषा में और सुधार के लिए मां सरस्वती को मनाएं-ध्याएं !
बसंत पंचमी सहित बसंत ॠतु की हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
शस्वरं
शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंसच कहा...
जवाब देंहटाएंकल विसर्जन में देखा लड़के शराब पीकर मुन्नी बदनाम हुई के धुन पर माता की प्रतिमा विसर्जन के लिए जा रहे थे...
सच कहा, शुभकामनाएं|
जवाब देंहटाएंऔपचारिकता कैसी आप जहाँ हैं, वही परम्परानुसार मनायें, जितना सम्भव है....इस प्रका्र दूसरे लोग भी आपकी परम्परा जानेगे।
जवाब देंहटाएंsach kaha...koi baat nahi hame to parampara kayam hi rakhni hai .
जवाब देंहटाएंsundar blog
जवाब देंहटाएं.
जवाब देंहटाएंॐ श्री सरस्वताये नमः ।
जगत जननी शारदे , करूँ में तेरी वंदना ...
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जवाब देंहटाएंसबसे पहले तो ब्लॉग शुरू करने की बधाई ! आज आप चुपके चुपके चौथे माले पर ( 4th post ) पहुँच गए और मुझे कानों कान खबर तक नहीं हुई । वाह ! क्या बात है !... मैं अपनी कच्छप चाल से इतने विलम्ब से यहाँ पहुंची ।
Never mind !
आपकी सातवीं follower बनकर अति हर्षित हूँ।
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जवाब देंहटाएंनया ब्लॉग खोला और सूचना भी नहीं दी , कोई पार्टी-शार्टी नहीं ? कोई जल-पान नहीं ? कोई लड्डू वगैरह भी नहीं ?
वैसे मुझे अदरक की चाय पसंद है ।
सज़ा मिलेगी आपको ।
झेलिये मेरे उत्पात कों ।
टिप्पणियों की बमबारी से बचाइए स्वयं कों ।
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जवाब देंहटाएंआपका लेख एडिट करके नीचे लिख रही हूँ। उचित समझें तो इसे-
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विद्या की देवी 'माँ सरस्वती' का पूजन इस वर्ष आज के दिन होने जा रहा है। बचपन में ये 'पूजनोत्सव' धूम-धाम से मनाते थे। सप्ताह पूर्व ही सारी तैयारियां शुरू हो जाती थी। अपने निर्देशन में कुम्हार से मूर्ती बनवाने का जूनून, फिर काकी-भौजी से 'माँ शारदे' के लिए नयी एवं सुन्दर साड़ियाँ लाना , दरवाजे के आगे , दूर-दूर तक घास-फूस की सफाई करना , प्रसाद का मेनू तैयार करना और अंत में विसर्जन के पश्चात 'लराई-भोज' करना। आह, बड़े मनभावन दिन थे वो भी। अब तो मात्र औपचारिकता ही रह गई है।
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जवाब देंहटाएंउचित समझें तो इसे अपने लेख के स्थान पर कट पेस्ट कर दें
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जवाब देंहटाएंअंत में आपको ब्लॉग लेखन के लिए अशेष शुभकामनाएं ।
फिर मिलूंगी शीघ्र ही ,
दिव्या
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जवाब देंहटाएंसातवीं follower के सात कमेंट्स । एक शुभ संख्या ।
गुस्ताखी माफ़ !
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निश्चित ही परम्पाराओं को जिंदा रखने की आवश्यक्ता है.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर प्रस्तुति... ..
जवाब देंहटाएंकभी समय मिले तोhttp://shiva12877.blogspot.com ब्लॉग पर भी अपने एक नज़र डालें . धन्यवाद .
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंमाँ शारदा से वंदना करता हूँ कि संजय को, टिप्पणिया रोमन की जगह हिंदी में करने की समझ जल्दी प्रदान करे ! :-)
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें !
ई तो बहुत ग़लत बात है भाई जी! आप उवाचने भी लगे अऊर हमको बतएबो नहीं किए... चलिये हम गुसियाए हुए हैं!! सफलता का आशीस देते हैं!!
जवाब देंहटाएंकांग्रेसी नेता इस बात का जी तोड़ प्रयत्न कर रहे हैं कि किसी प्रकार से सत्ताधारी परिवार (दल नही परिवार) की छवि गरीबों के हितैषी के रूप मे सामने आए, इसके लिए वो छल छद्म प्रपंच इत्यादि का सहारा लेने से भी नही चूकते। इसकी जोरदार मिसाल आपको नीचे के चित्र मे मिल जाएगी
जवाब देंहटाएं\
http://bharathindu.blogspot.com/2011/03/blog-post.html#comments
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति... ..
जवाब देंहटाएंबहुत सारी शुभ कामनाएं आपको !!
बहुत दिन से कुछ नहीं लिख रहे हो यह गलत बात है ....
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें संजय !!
प्रभु,
जवाब देंहटाएंस्थिरता त्यागिये और चलायमान होईये। अब तो कमेंट्स भी हिंदी में लिख रहे हैं आप।
शुभकामनायें।
@ संजय बाबू ! आपकी दृष्टि बहुत दूर तक देखती है महाभारत के युद्धकाल से ही , आज भी आगे तलक देख रहे हो ?
जवाब देंहटाएंअरे देखना ही है तो उसे देखो जो इस नकाब के पीछे है और तब आपको पता चल जायेगा कि होली के बाद दिवाली मनाई जायेगी .
हा हा हा sss
हा हा हा हा ssss
@ @ @ आपको उस देवी का आशीर्वाद मिल गया है जो सफलता के सोपान पर नहीं बल्कि शिखर पर है .
इतने कमेन्ट उन्होंने आज तक 'उसे' भी न दिए , लेकिन आपको दिए और आपके दिल का दिया रौशन कर दिया .
बड़े नसीबों वाले हैं आप ,
ऐसा समझना .
मुबारक हो .
बनी रहे मां सरस्वती की कृपा.
जवाब देंहटाएंहोली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं। ईश्वर से यही कामना है कि यह पर्व आपके मन के अवगुणों को जला कर भस्म कर जाए और आपके जीवन में खुशियों के रंग बिखराए।
जवाब देंहटाएंआइए इस शुभ अवसर पर वृक्षों को असामयिक मौत से बचाएं तथा अनजाने में होने वाले पाप से लोगों को अवगत कराएं।
आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं । ठाकुरजी श्रीराधामुकुंदबिहारी आप सभी के जीवन में अपनी कृपा का रंग हमेशा बरसाते रहें।
जवाब देंहटाएंहोली के पावन रंगमय पर्व पर आपको और सभी ब्लोगर जन को हार्दिक
जवाब देंहटाएंशुभ कामनाएँ.
कृपया 'मनसा वाचा कर्मणा' को न भूलें,'ऐसी वाणी बोलिए'पर आपका स्वागत है.
रंग के त्यौहार में
जवाब देंहटाएंसभी रंगों की हो भरमार
ढेर सारी खुशियों से भरा हो आपका संसार
यही दुआ है हमारी भगवान से हर बार।
आपको और आपके परिवार को होली की खुब सारी शुभकामनाये इसी दुआ के साथ आपके व आपके परिवार के साथ सभी के लिए सुखदायक, मंगलकारी व आन्नददायक हो। आपकी सारी इच्छाएं पूर्ण हो व सपनों को साकार करें। आप जिस भी क्षेत्र में कदम बढ़ाएं, सफलता आपके कदम चूम......
होली की खुब सारी शुभकामनाये........
सुगना फाऊंडेशन-मेघ्लासिया जोधपुर,"एक्टिवे लाइफ"और"आज का आगरा" बलोग की ओर से होली की खुब सारी हार्दिक शुभकामनाएँ..
achhi post. dhanywad.
जवाब देंहटाएंनया कुछ डालें ....
जवाब देंहटाएंअपने लेखन की शुरुआत करें अब .....
संजय,
जवाब देंहटाएंक्षमा करें मुझे ज्ञात ही न हो सका आपने इस शारदावंदन से प्रारंभ कर दिया है।
हमें भी इसमें शामिल समझें।